पदोन्नति के लिए वर्षों का इंतजार वरिष्ठता सूची में खामियों की भरमार

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लखनऊ। ये उदाहरण तो सिर्फ बानगी हैं। वर्षों के इंतजार के बाद परिषदीय शिक्षकों की शुरू की गई वरिष्ठता निर्धारण प्रक्रिया में खामियों की भरमार है। हालत यह है कि जिलों में जारी अनंतिम वरिष्ठता सूची में तय नियमों का ही पालन नहीं हुआ है।

चयन सूची शिक्षक के मौलिक नियुक्ति के समय चयन गुणांक व नियुक्ति तिथि के आधार पर बननी थी। दो शिक्षकों में ये मानक एक समान होने पर जन्मतिथि के आधार पर वरिष्ठता तय की जानी थी, लेकिन कुछ जिलों में इसकी अनदेखी कर नियुक्ति तिथि के आधार पर वरिष्ठता सूची तैयार कर दी गई है। कुछ जिलों में सूची से शिक्षकों के नाम ही गायब हैं, तो कई जगह एक ही नाम कई बार हैं। इन विसंगतियों से शिक्षकों में रोष है। क्योंकि वरिष्ठता सूची के आधार पर ही शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया पूरी होनी