राम गांव प्राथमिक विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका ने शिक्षण कार्य के दौरान गुरुवार को विषाक्त पदार्थ खा लिया। विषाक्त खाने से पूर्व शिक्षिका ने एक शिक्षक के विरुद्ध ग्रुप पर लिखा भी है। जिला अस्पताल में शिक्षिका का इलाज चल रहा है। पुलिस ने शिक्षक को हिरासत में ले लिया है।
रायबरेली जनपद की निवासी शिक्षिका प्रीति अग्रवाल (35तेजवापुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय राम गांव में तैनात हैं। गुरुवार को शिक्षण कार्य के दौरान शिक्षिका ने जहरीला पदार्थ खिला लिया। इससे अफरा तफरी मच गई। शिक्षिका को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। शिक्षिका ने विषाक्त खाने से पूर्व किसी के विरुद्ध ग्रुप में परेशान करने का मैसेज भी डाला है। इसके बाद उसने विषाक्त पदार्थ खा लिया। मेडिकल कॉलेज के ईएमओ डॉक्टर भरत पांडेय ने बताया
कि शिक्षिका विषाक्त पदार्थ (आरगेनो फेसफोरस) खा कर आई है। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक अमितेंद्र कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी विषाक्त पदार्थ पदार्थ खाने की जानकारी नहीं है। हालांकि थानाध्यक्ष ने जिला अस्पताल पहुंचकर शिक्षिका की सेहत के बारे में जानकारी ली।
जिले के झाला गांव में आयोजित विवाह समारोह में करंट लगने से एक कटर्स की मौत हो गई। परिवार ने ठेकेदार पर शिथिलता बरतने या है। साथ ही थाने में सूचना दी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मोतीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कल्लू गौडी निवासी अमित मार ( 19 ) पुत्र बुद्धि लाल कैटर्स का काम करता था। थाना क्षेत्र के झाला गांव में बुधवार को आयोजित वैवाहिक समारोह में अमित म करने के लिए गया। रात में कैटर्स का काम करते समय अमित करंट की चपेट में आ गया। जिससे वह करंट लगने से घायल हो गया। स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर में भर्ती कराने के लिए ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में अंकित की मौत हो गई। मृतक के पिता ने ठेकेदार पर ने का आरोप लगाया है। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए है। उन्होंने बताया कि कैटर्स की मौत करंट लगने से हुई है। तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी
शिक्षक को पुलिस ने हिरासत में लिया
विषाक्त खाने वाली शिक्षिका ने महसी विकास खंड के विद्यालय में तैनात एक शिक्षिक पर जीवन बर्बाद करने का आरोप लगाया है। साथ ही ही जीवन बर्बाद करने की बात कही है। पुलिस ने शिक्षक को जिला अस्पताल से ही हिरासत में ले लिया है।
|बीईओ भी जांच करने गए
खंड शिक्षा अधिकारी अखिलेश कुमार वर्मा गुरुवार को विद्यालय की जांच करने गए थे। जांच के बाद वह जूनियर घटना हुई। पूरे मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जानकारी लेने के लिए फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।