एक तेजतर्रार एवं युवा अधिकारी हैं। इनकी प्रथम तैनाती पीसीएस/पीईएस में जनपद प्रतापगढ़ के बीएसए के पद पर हुई है। इनके द्वारा सत्यता की जाँच किये बगैर ही अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया जाता है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा 15 मई 2023 को जारी पत्र में प्राथमिक विद्यालय पूरे उदयराम विकास क्षेत्र मंगरौरा में सहायक अध्यापक शोएब आलम सिद्दीकी मानव सम्पदा कोड –218323 को 6 मई 2023 को अनुपस्थित दिखाकर उस दिन का वेतन रोकने की कार्यवाही की गई है जबकि इस विद्यालय में शोएब आलम सिद्दीकी नाम का कोई शिक्षक कार्यरत ही नहीं है। शोएब आलम सिद्दीकी जनपद अलीगढ़ में कार्यरत हैं। निरीक्षण के नाम पर खंड शिक्षा अधिकारी मंगरौरा द्वारा गलत नाम लिखकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेज दिया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बगैर सत्यापन किये ही वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया। जबकि इस विद्यालय में आभा सिंह एवं हरी लाल सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। यह मामला मात्र यही तक सीमित नहीं है खंड शिक्षा अधिकारी मंगरौरा ने प्राथमिक विद्यालय शोभीपुर में बृजेश कुमार राठौर मानव सम्पदा कोड –349590 को अनुपस्थित दिखाया है। जबकि बृजेश कुमार राठौर नाम का भी शिक्षक जनपद हरदोई में कार्यरत है। इस नाम का शिक्षक प्राथमिक विद्यालय शोभीपुर में कार्यरत नहीं है। खण्ड शिक्षा अधिकारी मंगरौरा ने सहायक अध्यापिका राजदा बानो को बचाने के उद्देश्य से बृजेश कुमार राठौर नाम के जनपद हरदोई के शिक्षक को अनुपस्थित दिखाया है। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद में किसी शिक्षक अथवा शिक्षिका को बचाने के लिए जनपद बहराइच के शिक्षक इजहारुल हक़ मानव सम्पदा कोड –443907 को अनुपस्थित दिखाया है। ज्योतिमा सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय कल्याणी में कार्यरत हैं मगर इनको प्राथमिक विद्यालय कल्याणी के नाम से अनुपस्थित दिखाया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नाम की सत्यता की जांच किये बगैर ही जनपद अलीगढ़, हरदोई एवं बहराइच के शिक्षकों का वेतन रोकने का आदेश भी जारी कर दिया है जबकि इनकी जगह कोई अन्य शिक्षक अथवा शिक्षिका अनुपस्थित रहे हैं।