आजमगढ़, जिले के परिषदीय स्कूलों के लिए शासन की तरफ से 4438 टैबलेट मुहैया कराए गए हैं। शीघ्र ही बीईओ के माध्यम से टैबलेट स्कूलों तक पहुंचाए जाएंगे। टैबलेट के जरिए शिक्षकों की हाजिरी से लेकर प्रेरणा पोर्टल एप से जुड़े सभी कार्य होंगे। प्रत्येक स्कूलों को दो-दो टैबलेट दिए जाएंगे।
जिले में 2702 परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों व बच्चों की आनलाइन हाजिरी से लेकर स्कूलों से जुड़े सभी कार्य शिक्षक मोबाइल एप के जरिए आनलाइन करते हैं। कई बार शिक्षक मोबाइल फोन संबंधी दिक्कतों को लेकर आनलाइन जानकारी देने में आनाकानी करते थे। इसे देखते हुए शासन ने प्रत्येक परिषदीय स्कूलों का दो-दो टैबलेट देने का निर्णय लिया है। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक आनलाइन हाजिरी लगाएंगे। शासन से स्कूलों के लिए मिले टैबलेट जिला मुख्यालय पहुंच गए हैं। जल्द ही उन्हें स्कूलों को वितरित कराया जाएगा। इसके लिए बीएसए ने सभी बीईओ के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। टैबलेट पर शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर प्रेरणा एप के सभी कार्य होंगे। इसमें बेसिक शिक्षा के ही साफ्टवेयर होंगे। जिन पर शिक्षक कार्य करेंगे। परिषदीय स्कूलों में कागजी कार्य न होकर आनलाइन काम होंगे।
आजमगढ़, जिले के परिषदीय स्कूलों के लिए शासन की तरफ से 4438 टैबलेट मुहैया कराए गए हैं। शीघ्र ही बीईओ के माध्यम से टैबलेट स्कूलों तक पहुंचाए जाएंगे। टैबलेट के जरिए शिक्षकों की हाजिरी से लेकर प्रेरणा पोर्टल एप से जुड़े सभी कार्य होंगे। प्रत्येक स्कूलों को दो-दो टैबलेट दिए जाएंगे।
जिले में 2702 परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों व बच्चों की आनलाइन हाजिरी से लेकर स्कूलों से जुड़े सभी कार्य शिक्षक मोबाइल एप के जरिए आनलाइन करते हैं। कई बार शिक्षक मोबाइल फोन संबंधी दिक्कतों को लेकर आनलाइन जानकारी देने में आनाकानी करते थे। इसे देखते हुए शासन ने प्रत्येक परिषदीय स्कूलों का दो-दो टैबलेट देने का निर्णय लिया है। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक आनलाइन हाजिरी लगाएंगे। शासन से स्कूलों के लिए मिले टैबलेट जिला मुख्यालय पहुंच गए हैं। जल्द ही उन्हें स्कूलों को वितरित कराया जाएगा। इसके लिए बीएसए ने सभी बीईओ के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। टैबलेट पर शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर प्रेरणा एप के सभी कार्य होंगे। इसमें बेसिक शिक्षा के ही साफ्टवेयर होंगे। जिन पर शिक्षक कार्य करेंगे। परिषदीय स्कूलों में कागजी कार्य न होकर आनलाइन काम होंगे।