लखनऊ : बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों का निपुण असेसमेंट करवाया। यह असेसमेंट डायट में प्रशिक्षण हासिल कर रहे DELED (बीटीसी) प्रशिक्षुओं से करवाया गया। अब इसमें कई खामियां सामने आई हैं। इन प्रशिक्षुओं ने कई स्कूलों का असेसमेंट रविवार को कर दिया, जब स्कूल बंद था। वहीं कई स्कूल ऐसे भी मिले हैं जहां सभी बच्चे निपुण हो गए। अब विभाग को शक है कि यह असेसमेंट सही नहीं हुआ। राज्य परियोजना निदेशक ने सभी बीएसए, डायट प्राचार्य और बीईओ से इसकी जांच
के लिए कहा है। कक्षा एक से तीन तक के बच्चे सीखने का न्यूनतम स्तर हासिल कर लें, इसके लिए निपुण अभियान शुरू किया गया है।
ऐसे विद्यालय जहां 75 प्रतिशत बच्चे ये न्यूनतम स्तर हासिल कर लें, उसे निपुण विद्यालय घोषित किया जाता है। इसके लिए हर ब्लॉक में पांच-पांच शिक्षकों को अकैडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) बनाया गया है। इन सब एआरपी को अपने ब्लॉक के 10-10 विद्यालय गोद लेने के लिए कहा गया था। इनको गोद लिए विद्यालयों को इस दिसंबर तक निपुण बनाने
का लक्ष्य रखा गया है। इसी के असेसमेंट के लिए डायट में पढ़ने वाले बीएलईडी प्रशिक्षुओं से असेसमेंट करवाया गया था।
ये कमियां सामने आईं
■ कई प्रशिक्षुओं ने असेसमेंट की जो तारीख डाली है, उस दिन रविवार था और स्कूल बंद थे।
■ एक दिन में दो से ज्यादा विद्यालयों का असेसमेंट कर दिया।
■ एक प्रशिक्षु को आठ विद्यालयों का असेसमेंट करना था लेकिन उन्होंने 10-15 विद्यालयों का असेसमेंट कर दिया।
■ विद्यालय के सभी बच्चों को निपुण दिखा दिया।