यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए प्रत्येक कमरे में कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं। परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक कमरे में 40 परीक्षार्थियों तक दो कक्ष निरीक्षक तथा 41 से 60 परीक्षार्थियों तक तीन कक्ष निरीक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
सभी केंद्र व्यवस्थापक अपने केंद्र के परीक्षार्थियों की तिथिवार, विषयवार एवं कक्षवार संख्या परीक्षा शुरू होने से पहले संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक को भेजेंगे। परीक्षा केंद्र पर 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक बाहरी रखे जाएंगे। जिस दिन जिस विषय की परीक्षा हो उस पाली में उस विषय के अध्यापक की ड्यूटी कक्ष निरीक्षक एवं अवमोचक के रूप में नहीं लगाई जाएगी। एक ही प्रबंधतंत्र के अधीन संचालित अन्य विद्यालयों के निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर उसी प्रबंधतंत्र में संचालित विद्यालयों के अध्यापकों को निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। केंद्र की आवश्यकतानुसार कक्ष निरीक्षक उपलब्ध न होने पर वरीयताक्रम में पहले माध्यमिक विद्यालय, फिर उच्च प्राथमिक विद्यालयों तथा अंत में प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को कक्ष निरीक्षक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। ऐसे कक्ष निरीक्षक जिनके पाल्य एवं संबंधी जिस केंद्र पर परीक्षा दे रहे हैं वे उस केंद्र पर कक्ष निरीक्षण कार्य के पात्र नहीं होंगे। परिषदीय परीक्षाओं में जिनकी ड्यूटी केंद्र व्यवस्थापक, वाह्य केन्द्रव्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक के रूप में लगाई जाएगी, यदि वे दायित्व निर्वहन में आनाकानी करें या जान-बूझकर अनुपस्थित हों, तो उन्हें जनहित में ड्यूटी से अनुपस्थित माना जाएगा तथा उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षार्थियों को ओएमआर भरवाएंगे कक्ष निरीक्षक
हाईस्कूल में इस्तेमाल होने वाली ओएमआर शीट के प्रयोग के संबंध में केंद्र व्यवस्थापकों के लिए निर्देश पुस्तिका में उल्लिखित सभी आवश्यक दिशा-निर्देशों को कक्ष निरीक्षक अवश्य पढ़ लें एवं उनका पालन करें। कक्ष निरीक्षक की जिम्मेदारी होगी कि परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों को भी इन निर्देशों से अवगत करा दें, जिससे ओएमआर शीट भरने में उनसे कोई त्रुटि न होने पाए