अंकुश: 90% से ज्यादा अंक तो बोर्ड जाएगी कॉपी

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प्राविधिक शिक्षा परिषद ने पॉलीटेक्निक संस्थानों के आन्तरिक मूल्यांकन पर अंकुश लगा दिया है। बोर्ड ने प्रदेश की राजकीय, अनुदानित और निजी पॉलीटेक्निक के लिए निर्देश जारी किए हैं। अब कोई भी संस्थान आन्तरिक मूल्यांकन के नाम पर मनमानी नहीं कर पाएगा। यदि कोई संस्थान किसी छात्र को आन्तरिक मूल्यांकन में 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक देता है तो संस्थान को उस छात्र की मासिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिका भी बोर्ड को भेजनी होगी।

जरूरी दस्तावेज संलग्न करके बोर्ड को भेजे जाएंगे बोर्ड सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने वर्तमान में जारी विषम सेमेस्टर परीक्षा के अन्तर्गत सभी विद्यार्थियों के सत्र के अंक, गेम्स, अनुशासन को अंकों की सूची मांगी है। जिसमें बोर्ड ने साफ निर्देश दिए हैं कि किसी भी छात्र-छात्रा को यदि 90 प्रतिशत से अधिक सैत्रिक अंक दिए जाते हैं तो ऐसे छात्रों की मासिक परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की छाया प्रतियां एवं अन्य आवश्यक अभिलेखों की छाया प्रति सैत्रिक अंक सूची के साथ संलग्न कर परिषद कार्यालय को अनिवार्य रूप से देनी होगी।

अंक देने में अनियमितता न होने की जांच की जाएगी बोर्ड ने मासिक परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं इसलिए मांगी है कि जिस छात्र को 90 फीसदी से अधिक अंक दिए गए हैं कि उसकी उत्तर पुस्तिका की जांच की जाएगी कि अंक देने में कोई अनियमितता तो नहीं बरती गई है। आन्तरिक मूल्यांकन से सम्बंधित सभी दिशा निर्देश पॉलीटेक्निक प्रधानाचार्यों को भेज दिए गए हैं।

सैत्रिक अंकों की हार्डकापी रखी जाएगी सुरक्षित पॉलीटेक्निक संस्थानों को ऑनलाइन भरे गए आंतरिक मूल्यांकन के अंकों को भरने के बाद प्रथम, तृतीय और पंचम सेमेस्टर की सभी ब्रांच और पाठ्यक्रमों की सूचियों का प्रिंट निकालना होगा। जानकारी के अनुसार बता दें कि प्रिंट निकालने के बाद सैत्रिक अंकों की हार्डकापी तीन वर्षों तक सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं।