पुलिस भर्ती बोर्ड दोबारा परीक्षा कराने के लिए अन्य संस्थानों से भी साध रहा है संपर्क, छह माह में नई कंपनी का चयन कर परीक्षा कराना मुश्किल

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लखनऊ। सिपाही नागरिक पुलिस की सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा कराने के लिए उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड अब अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहा है। बोर्ड ने भर्ती परीक्षा कराने वाली कुछ अन्य सरकारी संस्थाओं से भी संपर्क साधा है, हालांकि अभी किसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई है। सीएम के आदेश पर बोर्ड को छह माह में दोबारा परीक्षा करानी है।

सूत्रों की मानें तो परीक्षा कराने वाली कंपनी को दोबारा मौका मिलना मुश्किल है। बोर्ड के सामने दिक्कत यह है कि पहले भी परीक्षा कराने के

लिए कोई कंपनी रुचि नहीं दिखा रही थी। टीसीएस के मना करने बाद राजी हुई एक कंपनी को काम तो दिया गया, लेकिन वह परीक्षा सकुशल कराने में विफल रही। दूसरी ओर बोर्ड के अधिकारी लिखित परीक्षा के अन्य विकल्पों पर भी विचार करने लगे हैं। दरअसल, बीते कुछ वर्षों के दौरान जो मामले सामने आए हैं, उनमें से अधिकतर में प्रश्न पत्र प्रिंटिंग प्रेस की मिलीभगत से लीक होना पाया गया था। हालांकि प्रश्न पत्रों की प्रिंटिंग का काम हाई सिक्योरिटी प्रेस को दिया जाता है, लेकिन वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा प्रेस प्रबंधन का ही रहता है। इससे भर्ती बोर्ड के अधिकारी यह मंथन कर रहे हैं कि लिखित परीक्षा कराने के लिए क्या तरीका अपनाया जाए।