राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) एक अप्रैल से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए तीसरी तथा छठी कक्षा को लेकर नया पाठ्यक्रम जारी करेगा। अन्य कक्षाओं के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों में कोई बदलाव नहीं होगा। सीबीएसई के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने संबद्ध स्कूलों को भेजे एक पत्र में कहा कि एनसीईआरटी ने उसे सूचित किया है कि तीसरी और छठी कक्षा के लिए नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों पर काम हो रहा है। इस बाबत एनसीईआरटी ने 18 मार्च को एक पत्र के माध्यम से सूचित किया था। सीबीएसई के निदेशक (शैक्षणिक) जोसेफ इमैनुएल ने कहा कि स्कूलों को सलाह है कि वे वर्ष 2023 तक एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित पाठ्यपुस्तकों के स्थान पर तीसरी और छठी कक्षा के लिए इन नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों को अपनाएं। एनसीईआरटी से सामग्री प्राप्त होने के बाद सभी स्कूलों को पाठ्यक्रम ऑनलाइन भेजा जाएगा। सीबीएसई स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित करेगी, ताकि उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में परिकल्पित शिक्षण के नए तौर तरीके सीखने के दृष्टिकोण से अवगत कराया जा सके। शिक्षा मंत्रालय ने 18 वर्ष बाद राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे (एनसीएफ) में संशोधन करते हुए पिछले साल बदलाव को अधिसूचित किया था।
विद्यार्थियों को सुविधा होगी
एनसीईआरटी के निदेशक प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने बताया कि ब्रिज कोर्स 31 मार्च तक एनसीईआरटी की वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाएगा। इससे छात्रों को काफी सुविधा होगी। यहां पर सबके लिए निशुल्क उपलब्ध होगा। यह नई शिक्षा नीति के अनुसार है।